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सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
राहुल गांधी को समझना होगा कि मोदी के खिलाफ अदानी के इस्तेमाल में क्या लोचा है
गौतम अदानी (Gautam Adani) के राजस्थान में निवेश को लेकर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बयान से जो कन्फ्यूजन हुआ था, वो बढ़ता जा रहा है - क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के खिलाफ अपना केस मजबूत करने के लिए वो अदानी का इस्तेमाल करते हैं?
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
प्रभाष कुमार दत्ता
@PrabhashKDutta
नरसिम्हा राव और केसरी का अंजाम देखकर कोई कांग्रेस अध्यक्ष बनने को तैयार नहीं!
कथित तौर पर कोई भी कांग्रेस अध्यक्ष नहीं बनना चाहता. कारण ? दो पूर्व गैर-गांधी कांग्रेस अध्यक्ष पीवी नरसिम्हा राव और सीताराम केसरी. कांग्रेस द्वारा राव और केसरी के साथ किए गए सुलूक की यादें अभी भी ताजा हैं.
सियासत
| 7-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
राहुल गांधी ही 84 सिख दंगा पीड़ितों का दुख कम कर सकते हैं, लेकिन...
1984 के सिख दंगों को लेकर जब तक राहुल गांधी क्लियर स्टैंड नहीं लेते, उनका पीछा छुड़ाना मुश्किल है. राहुल गांधी चाहें तो दंगा पीड़ितों के जख्म जरूर कम कर सकते हैं - राजनीतिक बयान की जगह अपने मन की बात बोल कर.
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
अमित अरोड़ा
@amit.arora.986
दो प्रधानमंत्रियों का निधन, लेकिन दोनों की 'विदाई' में इतनी फर्क क्यों ?
अटल बिहारी वाजपेयी और नरसिम्हा राव दोनों भारत के पूर्व प्रधानमंत्री रह चुके हैं. दोनों के निधन के समय उनकी अपनी पार्टी की ही केंद्र में सरकार थी. लेकिन दोनों की अंतिम विदाई में बड़ा फर्क था.
सियासत
| 7-मिनट में पढ़ें
कमल मित्र चिनॉय
धर्मनिरपेक्षता का राग अलापने वाले नेताओं ने ही बाबरी मस्जिद की आग को हवा दी
पीएम नरसिंम्हा राव ने बाबरी मस्जिद को गिराने के मामले की जांच के लिए हाईकोर्ट जज आरएमएस लिब्राहन की अध्यक्षता में एक कमीशन का गठन किया. कमीशन को अपनी जांच रिपोर्ट 30 दिनों के भीतर ही देनी थी. लेकिन लिब्राहन आयोग ने एक आधे-अधूरे रिपोर्ट को जमा करने में 17 साल लगाए.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
शेखर गुप्ता
@shekharguptaofficial
पहल आपकी, अंजाम तक ले जाए कोई और
चतुर और समझदार नेता जानते हैं कि उनका समय सीमित है और सत्ता क्षणभंगुर है. उनसे भी चतुर नेताओं में एक और गुण होता है. वे ऐसा कुछ शुरू नहीं करते जिसे अपने कार्यकाल में अंजाम तक पहुंचाना मुमकिन न हो.